कैंसर का नाम सुनते ही कुछ बरसों पहले तक मन में एक डर-सा पैदा हो जाता था। वजह, इस बीमारी का लाइलाज होना। लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब न सिर्फ कैंसर का इलाज मुमकिन है, बल्कि ठीक होने के बाद सामान्य जिंदगी भी जी जा सकती है। शर्त यह है कि शुरुआती स्टेज पर बीमारी की पहचान हो जाए और फिर उसका मुकम्मल इलाज कराया जाए। वैसे, अगर कुछ चीजों से बचें और लाइफस्टाइल को सुधार लें तो कैंसर के शिकंजे में आने की आशंका भी काफी कम हो जाती है।
कैंसर से बचाव और जांच के विभिन्न पहलुओं पर मेरी ये रिपोर्ट : आसां है कैंसर के डंक से बचे रहना
साथियो
ये मेरा ताजा लेख है जो आज के नवभारत टाइम्स के जस्ट जिंदगी पेज (पेज 9) पर छपा है। आप भी पढ़ें और अपनी राय दें।
5 comments:
आभार।
hello maa'm your article was very very good and helping people to warn at early stage.maa'm my mother has got one of the symptom of low haemoglobin now she has recovered it is 11 now.but i am very worriedthat whether its a sign of early stage of this disease.god save us from this disease.Can you please let me know that in waht codition this problem may occuer.now she has improved compltely but i am very worried .please sort out this issue maa'm .thanks once again please reply..
yadvendra
Anuradhaji,congratulations for elaborating cancer so lucidly,silently explaining,metastasis,without using the medical jargon,true cancer is a life style disease which can be prevented,controlled and cured also if detected and neatly diagnosed early.your expression was simple and was for everyone,.simplestraight.badhai,virendra sharma,43309,canton, MI,USA
आप सबने मेरे इस प्रयास को सराहा, आभार।
यादवेंद्रजी, हीमोग्लोबिन कम होना अनेक कारणों से होता है। खासकर महिलाओँ में यह खान-पान ठीक न होने या हर माह रक्त ज्यादा बह जाने से भी हो सकता है और किसी अन्य कारण से भी। और भारतीय महिलाओं में तो हीमोग्लोबिन कम होना बेहद आम है क्योंकि वे परिवार का ध्यान रखने के बाद बचे समय और ऊर्जा में ही खुद की तरफ देख पाती हैं, अपना ध्यान रख पाती हैं, जो कि गलत है।
और, उनका यह एकमात्र लक्षण किसी नतीजे तक नहीं पहुंचा सकता।
धीरज धरें, सिर्फ हीमोग्लोबिन कम हो जाने का यह मतलब कतई नहीं है कि आपकी मां को कैंसर है। यह आपने कैसे सोच लिया?
सबसे पहले तो आप किसी योग्य चिकित्सक से अपनी मां की जांच करवाएं। वही बेहतर गाइड कर पाएंगे, उन्हें देखने के बाद। इस मामले में मेरी विशेषज्ञता नहीं है।
सरल भाषा में उपयोगी जानकारी! शुक्रिया!
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