बदले समय में भारतीय महिलाओं में भी स्तन का कैंसर सबसे आम हो गया है। हर 22 वीं महिला को कभी न कभी स्तन कैंसर होने की संभावना होती है। शहरी महिलाओँ में यह संख्या और भी ज्यादा है।
खुद पहचानें
स्तन कैंसर के सफल इलाज का एकमात्र सूत्र है- जल्द पहचान। आइने के सामने और शावर में या लेट कर स्तनों की हर महीने पीरियड के बाद खुद जांच करके देखें-
- स्तन या निप्पल के आकार में कोई असामान्य बदलाव।
- कोई गांठ, चाहे वह मूंग की दाल के बराबर ही क्यों न हो।
- स्तन में सूजन, लाली, खिंचाव या गड्ढे पड़ना, संतरे के छिलके के समान छोटे-छोटे छेद या दाने-से बनना।
- एक स्तन पर खून की नलियां ज्यादा स्पष्ट दिखने लगना।
- निप्पल भीतर को खिंचना, उसमें से दूध के अलावा कोई भी स्त्राव- सफेद, गुलाबी, लाल, भूरा, पनीला या किसी और रंग का, होना ।
- स्तन में कही भी लगातार दर्द होना।
जांच
• 40 की उम्र में एक बार और फिर हर दो साल में मेमोग्राफी करवानी चाहिए ताकि शुरुआती स्टेज में ही स्तन कैंसर का पता लग सके।
• ब्रेस्ट स्क्रीनिंग के लिए एमआरआई, अल्ट्रासोनोग्राफी भी की जाती है।
• एफएनएसी- किसी ठोस गांठ की जांच सुई से वहां की कोशिकाएं निकालकर की जाती है।
बचाव
- कसरत: हर हफ्ते सवा तीन घंटे दौड़ लगाने या 13 घंटे पैदल चलने वाली महिलाओं को स्तन कैंसर की संभावना 23 फीसदी कम होती है।
- मातृत्व: बच्चे पैदा करना, वह भी सही उम्र में, और उसे स्तनपान कराना स्तन कैंसर को टालने का कारगर तरीका है।
- व्यसन: गुटका, तंबाकू और धूम्रपान ही नहीं, अल्कोहल भी स्तन कैंसर के रिस्क को बढ़ाता है। हर ड्रिंक का अर्थ है, कैंसर के खतरे में इजाफा।
- धूपस्नान: विटामिन डी की कमी का सीधा संबंध स्तन कैंसर से है। शरीर को हर दिन 1000 मिलिग्राम कैल्शियम और 350 यूनिट विटामिन डी मिलना चाहिए। 5-10 मिनट का धूपस्नान शरीर में विटामिन डी बनाने में मदद करेगा।
- कैलोरी में कटौती: रेड मीट और प्रोसेस्ड भोजन कम, होल ग्रेन, फल-सब्जियां ज्यादा खाना कैंसर से बचाव का रास्ता है। चर्बी से मिलने वाली कैलोरी कुल कैलोरी की 20 फीसदी तक रहे तो स्तन कैंसर की संभावना में 24 फीसदी की कटौती हो सकती है।
- छरहरी काया: शरीर पर छाई चर्बी ईस्ट्रोजन हॉर्मोन बनाती है जो स्तन कैंसर का कारण है। दुबला लेकिन सुपोषित होना आदर्श स्थिति है।
भ्रम न पालें
• कैंसर छूत की, संक्रमण से होने वाली बीमारी नहीं है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप की तरह शरीर में खुद ही पैदा होती है।
• चोट या धक्का लगने से स्तन कैंसर नहीं होता। बल्कि कई बार चोट लगने पर इसकी तरफ ध्यान जाता है।
• 20 साल की युवती से लेकर मृत्यु की चौखट पर खड़ी बूढ़ी महिला तक किसी को भी स्तन कैंसर हो सकता है।
• स्तन कैंसर पुरुषों को भी होता है। 200 में से एक स्तन कैंसर का मरीज पुरुष हो सकता है।
• खान-पान और जीवनचर्या में सकारात्मक बदलाव करके कैंसर की संभावना को कम किया जा सकता है। लेकिन कैंसर हो जाने के बाद इसका प्रामाणिक इलाज ऐलोपैथी ही है।
• 93 फीसदी मामलों में स्तन कैंसर वंशानुगत बीमारी नहीं है।
• स्तन की 90 फीसदी गांठें कैंसररहित होती हैं, सिर्फ 10 फीसदी गांठों में कैंसर की संभावना होती है। फिर भी हर गांठ की फौरन जांच करानी चाहिए।
8 comments:
आपने बहुत अच्छी जानकारी उपलब्ध करवायी ... आभार।
Thanks anuradha, this is very important info. But I think the following statement is not true.
"93 फीसदी मामलों में स्तन कैंसर वंशानुगत बीमारी नहीं है। "
There are populations, and families, who have higher rates and are more prone to breast cancer then others.
The outcome however is the result of genetic element and life style.
धन्यवाद स्वप्नदर्शी इस तथ्य की तरफ ध्यान दिलाने के लिए। य़ह लेख -Breast Cancer in India नेट पर ही देखा था जिसके् आधारपर जानकारी दी। साथ ही एम्स के वरिष्ठ कैंसर सर्जन से भी चर्चा हुई थी।
Professor Indraneel Mittra
Professor of Surgery and Consultant Surgeon and Scientist,
Tata Memorial Hospital, Mumbai
"
The incidence of breast cancer is rising in every country of the world especially in developing countries such as India. This is because more and more women in India are beginning to work outside their homes which allows the various risk factors of breast cancer to come into play. These include late age at first childbirth, fewer children and shorter duration of breast-feeding. Of these, the first is the most important. In addition, early age at menarche and late age at menopause add to the risk to some extent. Family history of breast cancer increases the risk as follows: if a woman has a mother who has suffered from breast cancer her risk increases about 3 fold while having a sister with cancer, the risk increases by about 2-3 fold. About 5% of breast cancers are hereditary, i.e. due to a gene being transmitted either from the father or from the mother. Typically, these families have many members who fall victim to the disease, which tends to occur at a relatively young age and often affects both breasts."
हां, अमरीका में कहा जा रहा है कि 20 से 30 फीसदी मरीजों के परिवारों में मां, बहन, मौसी, नानी आदि में से किसी को स्तन कैंसर था। अमरीका और दूसरे विकसित देशों में बीमारी पर जानकारी भी ज्यादा है और बीमारी भी। इस पर थोड़ा और पढ़ कर पूरी जानकारी पाने की कोशिश करूंगी।
बेहद ज़रूरी जानकारी के लिए धन्यवाद !
स्तन कैंसर लाइलाज नहीं है ,पर जागरूकता का अभाव स्थिति गम्भीर कर देता है .आपने बेहद समाजोपयोगी जानकारी दी है . thankes
hello maa'm myour article was very very good and helping people to warn at early stage.maa'm my mother has got one of the symptom of low haemoglobin noe she has recovered it is 11 now.but i am very worriedthat whether its a sign of early stage of this disease.god save us from this disease.Can yopu please let me know that in waht codition this problem may occuer.now she has improved compltely but i am very worried .please sort out this issue maa'm .thanks once again please reply..
yadvendra
my mother passed away because of breast cancer ..you are doing a wonderful job..carry on..god bless you.
आपने बहुत अच्छी जानकारी उपलब्ध करवायी ... आभार।
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