कैंसर के बारे में आप कितना जानते हैं? इन सवालों का जबाव दीजिए और लीजिए अपने कैंसर ज्ञान की परीक्षा।
सवालों के जवाब अंत में दिए गए हैं। खास बात ये है कि इस पहेली में चोरी से जवाब देख लेने की पूरी छूट है। तो हैं तैयार?
1. कम उम्र की खान-पान, सिगरेट-तंबाकू की बुरी आदतों का बड़ी उम्र में कोई असर नहीं पड़ता।
* सही
* गलत
2. सर्जरी से कैंसर का इलाज करने से वह फैलता है
* सही
* गलत
3. विशेषज्ञ कैंसर का पुख्ता इलाज ढू़ढ चुके हैं। लेकिन महंगे, लंबे इलाज से वे ज्यादा धन कमाना चाहते हैं।
* सही
* गलत
4. ग्रिल्ड मीट नियमित रूप से खाने से कैंसर का कोई संबंध नहीं है।
* सही
* गलत
5. घरेलू कीटनाशक स्प्रे से कैंसर नहीं होता।
* सही
* गलत
6. पुरुषों को स्तन कैंसर नहीं होता।
* सही
* गलत
7. स्तन कैंसर शहरी महिलाओं में सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है।
* सही
* गलत
8. स्तन कैंसर की जांच के लिए विशेषज्ञ किस उम्र से नियमित मैमोग्राम कराने की सलाह देते हैं?
* 40 साल
* 50 साल
जवाब:
1. ज्यादातर मामलों में लंबे समय से काम कर रहे कई कारक मिलकर कैंसर को जन्म देते हैं। इसलिए युवावस्था के खान-पान, धूम्रपान, शारीरिक गतिविधियों का असर शरीर पर बाद के जीवन में भी दिखाई पड़ता है।
2. कैंसर के विशेषज्ञ सर्जन जानते हैं कि किस तरह सुरक्षित डंग से बायोप्सी या ऑपरेशन किया जाए कि कंसर न फैले। कई तरह के कैंसरों में तो सर्जरी ही सबसे पक्का इलाज है।
3. यह लोगों का वहम है। जरा खुद सोचिए, डॉक्टरों के अपने रिश्तेदार कैंसर का वही इलाज करवा रहे हैं जो बाकी लोग। उनमें से कई मर भी रहे हैं। ऐसे में क्या यह सही हो सकता है कि कोई भी डॉक्टर इलाज जानबूझ कर न करे? कैंसर एक नहीं बल्कि कई तरह का होता है और सबका इलाज अलग-अलग होता है। इनमें से कुछ का इलाज ढूंढा जा चुका है।
4. बार्बेक्यू के ज्यादा इस्तेमाल से कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है। मीट को ग्रिल करने, कास तौर पर ज्यादा पकाने या जलाने से उसमें कैंसरकारी तत्व बन जाते हैं। ज्यादा अनाज, फल और सब्जियां काना इसका अच्छा विकल्प है।
5. मौजूदा रिसर्च साबित नहीं करते कि घरेलू कीटनाशक स्प्रे और कैंसर में सीधा संबंध है। लेकिन इनका फेफड़ों में जाना या सीधे संपर्क में आना खतरनाक है। हालांकि पेड़-पौधों में डाले जाने वाले कीटनाशक कई तरह के कैंसरों को बढ़ावा देते हैं।
6. स्तन कैंसर के हर 200 मरीजों में से एक पुरुष हो सकता है।
7. दुनिया में महिलाओं को सबसे ज्यादा स्तन कैंसर ही हो रहा है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि हिंदुस्तान में हर एक लाख औरतों में 32 स्तन कैंसर से पीड़ित हैं। बड़े शहरों में दस में से एक महिला को स्तन कैंसर होने की संभावना है।
8. अमरीका की नैशनल कैंसर इंस्टीट्यूट, अमेरिकन कैंसर सोसाइटी और अमेरिकन मेडीकल एसोसिएशन के मुताबिक 40 की उम्र के बाद महिलाओं को एक या दो साल में मैमोग्राम करवाना चाहिए।
This blog is of all those whose lives or hearts have been touched by cancer. यह ब्लॉग उन सबका है जिनकी ज़िंदगियों या दिलों के किसी न किसी कोने को कैंसर ने छुआ है।
Tuesday, July 22, 2008
Tuesday, July 8, 2008
आसान हो रहा है कैंसर के साथ जीना
# अब लोग कैंसर के साथ लंबा और बेहतर जीवन जी रहे हैं।
# नई दवाओं और इलाज के तरीकों ने माहौल और लोगों के सोचने का ढंग बदल दिया है।
# अस्पतालों में ऐसे कई कैंसर के मरीज आपको मिल जाएंगे जो पिछले 24-25 साल से तमाम आशंकाओं को नकारते हुए अपना सफर ज़िंदादिली के साथ तय कर रहे हैं। काफी संभव है कि जब मृत्यु आए तो उसकी वजह कैंसर न हो।
# मरीज़ के ठीक होने की अनिवार्यता की जगह उसका जीवन बेहतर बनाने की कोशिश को अहमियत दी जा रही है।
# चिकित्सा समाज में यह बदलाव क्रांतिकारी है।
# मेटास्टैटिक (शरीर के दूसरे हिस्सों में फैले) कैंसर के मरीजों में भी भविष्य को लेकर उम्मीद जाग रही है।
# कैंसर के मरीज़ों के लिए अच्छी तरह जीने का इससे बेहतर वक्त कभी नहीं रहा।
ये कुछ बिंदु मैंने लेख आखिरकार हार रहा है कैंसर में उठाए हैं। यह लेख 8 जुलाई 2008 को नवभारत टाइम्स के संपादकीय पृष्ठ पर मुख्य लेख के रूप में प्रकाशित हुआ है।
आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार है।
# नई दवाओं और इलाज के तरीकों ने माहौल और लोगों के सोचने का ढंग बदल दिया है।
# अस्पतालों में ऐसे कई कैंसर के मरीज आपको मिल जाएंगे जो पिछले 24-25 साल से तमाम आशंकाओं को नकारते हुए अपना सफर ज़िंदादिली के साथ तय कर रहे हैं। काफी संभव है कि जब मृत्यु आए तो उसकी वजह कैंसर न हो।
# मरीज़ के ठीक होने की अनिवार्यता की जगह उसका जीवन बेहतर बनाने की कोशिश को अहमियत दी जा रही है।
# चिकित्सा समाज में यह बदलाव क्रांतिकारी है।
# मेटास्टैटिक (शरीर के दूसरे हिस्सों में फैले) कैंसर के मरीजों में भी भविष्य को लेकर उम्मीद जाग रही है।
# कैंसर के मरीज़ों के लिए अच्छी तरह जीने का इससे बेहतर वक्त कभी नहीं रहा।
ये कुछ बिंदु मैंने लेख आखिरकार हार रहा है कैंसर में उठाए हैं। यह लेख 8 जुलाई 2008 को नवभारत टाइम्स के संपादकीय पृष्ठ पर मुख्य लेख के रूप में प्रकाशित हुआ है।
आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार है।
Saturday, July 5, 2008
यहां भी हंसने से बाज़ नहीं आता इंसान!
कई तकलीफों का मुफ्त इलाज है हंसी। ज़ाहिर है, कैसर होने की खबर पाने के बाद कोई हंसता हुआ डॉक्टर के कमरे से नहीं निकलता। लेकिन ये भी सच है कैंसर हजारों बार हंसने के मौके देता है। शर्त ये है कि दिल होना चाहिए, अपनी हालत पर हंसने का और दूसरों को हंसने देने का। हंसी कैंसर से जुड़ी चिंताओं को भुलाने का मौका देती है और मरीजों की जिंदगी के अंधेरे कोनों तक भी पहुंचने के लिए रौशनी की किरण को रास्ता बताती है। एक बीमारी ही तो हुई है, उसकी चिंता में आज जिंदगी जीने से क्यों रुका जाए भला! और अगर सचमुच जिंदगी कम बाकी है तब तो और भी जरूरी है कि सब कुछ किया जाए। भरपूर जी भी लिया जाए, जल्दी-जल्दी। ताकि कुछ बाकी न रह जाए।
तो जनाब पेश-ए-खिदमत हैं, कैंसर की दुनिया के कुछ चुटकुले। इनमें से कुछ अपने, कुछ उधार के हैं।
* सवाल- एक व्यक्ति जिसे बार-बार लिंफोमा (लसीका ग्रंथि का कैंसर) होता है?
जवाब- लिंफोमैनियाक।
* -गेहूं की कोमल बालियों का रस कैंसर को रोकता है।
सच जनाब, कभी घोड़े को कैंसर होते सुना है?
* -गाजर का सेवन कैंसर से बचाता है।
-सच जनाब, कभी खरगोश को कैंसर होते सुना है?
* -कैंसर कोई हंसी ठट्ठा नहीं है।
पूछिए उससे जो कैंसर से मर चुका है।
*-कैंसर बहुत तकलीफदेह होता है, सच कहा।
मेरी पत्नी की मौत कैंसर से ही हुई थी।
अब अपने हाथ से पका खाना खाने की असहनीय पीड़ा हर दिन झेल रहा हूं।
* -अगर बॉस या कंपनी से बदला लेना है, तो केस ठोक दीजिए कि नौकरी में तनाव की वजह से कैंसर हो गया। और देखिए मज़ा।
* -गठिया के दर्द से परेशान कोई बूढ़ा कैंसर के जवान मरीज को देखकर रश्क करता है- इसे मेरी तरह बुढ़ापा नहीं देखना पड़ेगा।
तो जनाब पेश-ए-खिदमत हैं, कैंसर की दुनिया के कुछ चुटकुले। इनमें से कुछ अपने, कुछ उधार के हैं।
* सवाल- एक व्यक्ति जिसे बार-बार लिंफोमा (लसीका ग्रंथि का कैंसर) होता है?
जवाब- लिंफोमैनियाक।
* -गेहूं की कोमल बालियों का रस कैंसर को रोकता है।
सच जनाब, कभी घोड़े को कैंसर होते सुना है?
* -गाजर का सेवन कैंसर से बचाता है।
-सच जनाब, कभी खरगोश को कैंसर होते सुना है?
* -कैंसर कोई हंसी ठट्ठा नहीं है।
पूछिए उससे जो कैंसर से मर चुका है।
*-कैंसर बहुत तकलीफदेह होता है, सच कहा।
मेरी पत्नी की मौत कैंसर से ही हुई थी।
अब अपने हाथ से पका खाना खाने की असहनीय पीड़ा हर दिन झेल रहा हूं।
* -अगर बॉस या कंपनी से बदला लेना है, तो केस ठोक दीजिए कि नौकरी में तनाव की वजह से कैंसर हो गया। और देखिए मज़ा।
* -गठिया के दर्द से परेशान कोई बूढ़ा कैंसर के जवान मरीज को देखकर रश्क करता है- इसे मेरी तरह बुढ़ापा नहीं देखना पड़ेगा।
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