This blog is of all those whose lives or hearts have been touched by cancer. यह ब्लॉग उन सबका है जिनकी ज़िंदगियों या दिलों के किसी न किसी कोने को कैंसर ने छुआ है।
Thursday, September 4, 2008
युवावस्था में भी दिख जाते हैं स्तन कैंसर के लक्षण
ज्यदातर लोग जानते हैं कि फैमिली हिस्ट्री, ज्यादा उम्र जैसे कारक स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
ताजा खबर ये है कि महिलाओं में होने वाले स्तन कैंसर के खतरे का आकलन उनकी युवावस्था में भी काफी हद तक किया जा सकता है।
ताजा रिसर्च बताता है कि कुछ सामान्य और कैंसर से जुड़े न लगने वाले कम उम्र के लक्षण भी किसी को स्तन कैंसर होने की संभावना को आंकने में मदद कर सकते हैं। यहां तक कि उनके ट्यूमर के प्रकार का भी अंदाजा भी देते है। इसलिए अपनी कुछ आदतों में बदलाव करके वे महिलाएं ज्यादा आक्रामक प्रकार के कैंसर की संभावना को कम आक्रामक कैंसर में बदलने की कोशिश भी कर सकती हैं।
इसीलिए डॉक्टर हमेशा कहते हैं कि शरीर का ज्यादा वज़न, खास तौर पर युवावस्था में अचानक बढ़ने वाला वज़न हमेशा खतरे की घंटी होता है, इसे अनसुना करना खतरनाक है।
कुछ महिलाओं के कैंसर का इलाज आसानी से हो जाता है जबकि दूसरों का स्तन कैंसर ज्यादा खतरनाक होता है, क्यों? इसमें जीन और अनुवांशिकता का हाथ जरूर होता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने पाया है कि महिलाओं की पर्सनल हिस्ट्री से भी उनके कैंसर का प्रकार काफी हद तक निर्धारित होता है।
फ्रेड हचिंसन कैंसर रिसर्च सेंटर के डॉक्टरों ने 1100 विभिन्न प्रकार के स्तन कैंसरों की मरीज महिलाओं और 1500 स्वस्थ महिलाओं में युवावस्था के दौरान कुछ खास लक्षणों और आदतों की तुलना की। उन्होंने पाया कि जिन महिलाओं ने अपने बच्चों को कम से कम 6 माह तक स्तनपान कराया था उन्हें ज्यादा खतरनाक कैंसर का खतरा दूसरों के मुकाबले आधा था।
इसके अलावा जिन महिलाओं के पीरियड जल्दी शुरू होते हैं उनके ट्यूमर का इलाज, देर से रजस्वला होने वाली महिलाओं के कैंसर की तुलना में दो गुना ज्यादा कठिन होता है। देर से रजस्वला होने वाली महिलाओं का ट्यूमर ईस्ट्रोजन सेंसिटिव होने की संभावना ज्यादा होती है। इसका सीधा सरल मतलब यह है कि उन्हें अगर कैंसर हो तो उसका इलाज ज्यादा सरल और सफल होता है।
अभी इससे आगे का रिसर्च जारी है इसलिए यहां जानकारी का अंत नहीं होता। हम सब इंतज़ार करें, इस क्षेत्र में किसी ब्रेकथ्रू का जो इस मानवीय त्रासदी से निबटने का रास्ता दिखाए।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Custom Search
1 comment:
आप एक बहुत ही सार्थक कार्य कर रही हैं. शब्द नहीं हैं आपका आभार करने को-एक शब्द में कहना चाहूँगा--
"साधूवाद"
Post a Comment